हम सभी को स्वच्छता के महत्व को समझना चाहिए और स्वच्छता से होने वाले लाभ के बारें में लोगो को भी बताना चाहिए। आज की इस पोस्ट में हम अओको बताएँगे कि स्वच्छता को एक वरदान कहा गया है क्यों?
स्वच्छता को एक वरदान कहा गया है!
अधिकांश बार हमने सूना होगा कि स्वच्छता को एक वरदान है, पर क्या आप जानते है कि स्वच्छता को वरदान क्यों कहा गया है। स्वच्छता को वरदान इस लिए कहा गया है क्योंकि स्वच्छ रहने के अनेक फायदे होते है, स्वच्छ रहने से हम बहुत सी बिमारियों से बचे रह सकते है क्योंकि गंदगी में कई प्रकार के कीटाणु पाए जाते जो कई प्रकार की बीमारिया फेलाते है। स्वच्छता मानसिक रूप से भी हमे स्वस्थ रहने में मदद करती है, यदि हमारे आप पास का वातावरण स्वच्छ रहेगा तो हम सकारात्मक अनुभव करेंगे और यदि हमारे आस पास गंदगी रहेगी तो हम नकारात्मक तथा क्रोधित व्यवहार कर सकते है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!स्वच्छता का अर्थ केवल आस पास के वातावरण से नही है हमे खाने पीने की चीजो से ले कर कपड़े, किताबे घर के सामान सभी को स्वच्छ रखना होता है। साफ पानी और स्वच्छ खाने का प्रयोग करना चाहिए जिससे की हम स्वस्थ रह सके और हमे किसी प्रक्रार की बीमारी ना हो। साफ कपड़े पहनने से हम सुंदर दिखते है जिसका सकारात्मक प्रभाव स्वयं के साथ साथ आपके साथ रहने वालो पर भी होता है। मोजुदा सरकार स्वच्छ भारत अभियान चला रही है जिसके अंतर्गत देश के हर शहर को स्वच्छ और सुंदर रखने के प्रयास किये जा रहे है साथ ही लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जा है। अस्वच्छता के कारण वातावरण में गंदगी रहती है जो कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनती है जिसका हमारे शरीर पर बुरा असर पड़ता है। इन्ही कारणों की वजह से स्वच्छता को एक वरदान कहा गया है।
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