ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए

ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए?

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By Pooja Sharma

सनातन धर्म कई देवी देवता है तथा उनसे सम्बन्धित कई मंत्र मौजूद है, मंत्रों का उपयोग भगवान को प्रसन्न करने उनकी भक्ति करने और उनके नाम का स्मरण करने के लिए उपयोग किया जाता है। हिन्दू धर्म में असंख्य मंत्र होंगे जिनके अलग-अलग उपयोग हैं पर उनमेसे कुछ ही मंत्र प्रसिद्ध है तथा हर किसी को उनके बारें में पता होता है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भी मंत्र मौजूद है, ओम नमः शिवाय उन मंत्रो मेसे हैं जो भगवान शंकर को समर्पित है तथा इसके जाप से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और आपकी सारी मनोकामनाएँ पूरी कर देते हैं। आइये जानते हैं कि ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए?

ओम नमः शिवाय का जाप कब करना चाहिए?

इस मंत्र के जाप का सबसे उचित समय सूर्योदय को माना गया है, इस समय जाप करने से आपको शीघ्र ही लाभ मिलता है। वैसे आप इस मंत्र का जाप किसी भी समय कर सकते हैं इसके लिए मनाही नहीं है। इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए ताकि आपको सर्वोच्च परिणाम मिल सकें। आप किसी भी स्थान जैसे – मन्दिर, घर, ऑफिस आदि पर इसका जाप कर सकते हैं। यदि आपका मन घबरा रहा है आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं इससे आपको शान्ति मिलेगी और सकारात्मकता बढ़ेगी। इस मंत्र के जाप से कई अन्य लाभ भी है जैसे इसका जाप करने से आनंद का अनुभव होता है, नकारात्मकता दूर चली जाती है, शांत महसूस होता है, इन्द्रियों पर नियंत्रण बढ़ता है। यह ग्रहों के बुरे प्रभाव को भी खत्म करता है, मृत्यु के भय को खत्म करता है।

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जाप करने की विधि

सबसे पहले स्नान करें उसके बाद मंदिर या शिव जी के फोटो के समीप बैठ जाएँ, फिर भगवान शिव की मूर्ति या फोटो को फूल अर्पित करें, तथा माला को अपन दाहिने हाथ में रखें, इसके बार मंत्र का जाप प्रारम्भ कर दें। आपको मंत्र का जाप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना चाहिए यह बेहद लाभकारी मानी जाती है। इस मंत्र का जाप हर कोई कर सकता हैं चाहे विवाहित स्त्री को या कुंवारी लड़की, पुरुष, बुजुर्ग सभी।

मंत्र का महत्व

यदि आप भगवान शंकर की आराधना करना चाहते हैं तो “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करना चाहिए इससे शंकर भगवान जल्द ही प्रसन्न होते हैं। जो व्यक्ति पूरी आस्था के साथ इस मंत्र का जाप करता है भगवान शंकर उस पर अपनी कृपा बना कर रखते हैं, उसके सारे कष्टों का अंत करते हैं तथा हर विपत्ति से उसकी रक्षा करते हैं। जो इस मंत्र का जाप करता है उसे तीर्थ अदि जाने की जरूरत नहीं होती है, मात्र इस मंत्र के जाप से ही उसे सब तीर्थो का लाभ मिलता है। जो भक्त सोमवार भगवान शिव का नाम जपता है तथा व्रत रखता है उसी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती है, धार्मिक मान्यता के अनुसार, सोमवार के दिन अगर सच्चे मन से भगवान शंकर की पूजा की जाए तो सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

ओम नमः शिवाय मंत्र जाप के लाभ

इस मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है साथ ही अकाल मृत्यु की सम्भावना भी कम हो जाती है।

जो इस मंत्र का जाप करता है उसके सारे ग्रहों के दोष खत्म हो जाते हैं।

इस मंत्र का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सारी नकारात्मक शक्तियाँ दूर हो जाती है, जिस कारण व्यक्ति अपने जीवन में सफल हो पाता है और कभी भी अपने लक्ष्यों से नहीं भटकता है।

मंत्रो में इतनी अधिक शक्ति होती है कि वह भगवान को भी पृथ्वी पर आने के लिए मजबूर कर सकते हैं, प्राचीन काल से ही भक्त अपने भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए मंत्रो का प्रयोग करते हैं, यह मंत्र भी भगवान शिव को प्रसन्न करता है और वह इसका जाप करने वाले की सारी समस्याओं को खत्म कर देते हैं।

FAQs

ओम नमः शिवाय का जाप दिन में कितनी बार करना चाहिए?

ओम नमः शिवाय का जाप दिन में एक बार में 108 बार करना चाहिए।

ॐ नमः शिवाय के फायदे क्या है?

इस मंत्र का जाप करने से मन शांत होता है, सकारात्मकता बढती है।

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