न्यूटन का पहला नियम

न्यूटन का पहला नियम

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By Mridul Navgotri

न्यूटन ने गति के कई नियम दिए है जो भौतिकी को समझने के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इन्हें माध्यम से ही भौतिकी के गति के नियमो को आसानी से समझा जा सकता है। सबसे पहले जानते हैं कि न्यूटन का पहला नियम क्या है? इसके बाद इसने अन्य नियमो को जानेंगे।

न्यूटन का पहला नियम

अगर कोई वास्तु विराम अवस्था में है तो वह जब तक विराम अवस्था में ही रहेगी जब की उस पर कोई बाहरी बल नहीं लगाया जाता इसी की तरह यदि कोई वस्तु गतिशील अवस्था में है तो वह जब तक गतिशील रहेगी जब तक उस पर भी किसी प्रकार का बाहरी बल नहीं लगाया जाएँ। । न्यूटन के प्रथम नियम को जड़त्व का नियम (Law Of Inertia) भी कहा जाता है !

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उदाहरण

  • गाड़ी के अचानक चलने के कारण उसमे बैठे लोग का भी अचानक पीछे की तरफ जाना।
  • रेल से अचानक उतर जाने पर लोग आगे की ओर गिर जाते हैं।
  • पेड़ को हिलाने से फल टूटकर नीचे की और गिर जाते है !

न्यूटन का दूसरा नियम

वस्तु के संवेग में परिवर्तन की दर उस पर लगाये गये बल के अनुक्रमानुपाती होती है और संवेग परिवर्तन आरोपित बल की दिशा में ही होता है। यह नियम बल और गति के बीच संबंध को दर्शाता है ।

उदाहरण

  • क्रिकेट खिलाड़ी गेंद को केंच करते समय अपने हाथों को नीचे की तरफ ले जाता है।
  • लंबी और ऊंची कूद के एथलीटों के लिए रेत का बिस्तर या गद्दीदार बिस्तर प्रदान किया जाता है ताकि एथलीट के कूदने के कारण गति के विलंबित परिवर्तन को शून्य किया जा सके।

तीसरा नियम

प्रत्येक क्रिया के बराबर एवं विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है। इस नियम को क्रिया-प्रतिक्रिया का नियम भी कहा जाता है।

उदाहरण

  1. बन्दूक से गोली के निकलने के कारण हाथ का पीछे की और जान
  2. राँकेट की आग का नीचे की और जाना जिससे की वह ऊपर की और जाता है।

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