कुल देवता किसे कहते है? कुल देवी देवता को कैसे पहचाने

कुल देवता किसे कहते है? कुल देवी देवता को कैसे पहचाने?

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By Pooja Sharma

भारत देश में कई जातियों के लोग निवास करते हैं, भारत के लोग कई सालों से कुल के देवी और देवताओं की पूजा करते आ रहे हैं पर क्या आप जानते हैं कि कुल देवता किसे कहते है और कुल देवी देवता की कैसे पहचान कर सकते हैं? यदि नहीं तो इस लेख को पूरा जरुर पढ़ें।

कुल देवता किसे कहते है?

हर कुल के कुल देवता अलग-अलग होते हैं, यह कुल के सबसे प्रमुख देवता माने जाते हैं। हिन्दू धर्म में हर कुल यानिकी वंश में प्राचीन काल से ही कुल के देवी देवता की पूजा की जाती है और कहा जाता है कि किसी भी शुभ कार्य के पहले कुल देवता की पूजा अनिवार्य है, परिवार के हर सदस्य का वंश एक ही होता है इसीलिए परिवार के हर सदस्य के कुल देवता एक ही होते हैं।

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कुल का अर्थ होता है खानदान और खानदान के आदि देव जो पुरे कुल का संरक्षण करते हैं वही कुल देवी या कुल देवता होते हैं, यह मूर्ति के रूप में या किसी पिंड के रूप में स्थापित हो सकते हैं, हमारे पूर्वजो ने कुल देवी देवताओं को इसलिए चुना था ताकि उनके माध्यम से हम ईश्वर से जुड़ सके।

यदि कुल के देवता नाराज़ हो जाते हैं तो कुल पर समस्याएँ आने लगती है इसीलिए हमें हमेशा किसी भी अवसर से पहले उनकी पूजा जरुर करना चाहिए ताकि उनका अनावरण हमारे ऊपर बना रहें और हम नकारात्मक शक्तियों से बचें रहें। लोग इसीलिए शादी से पहले, नई बहु आने के बाद, पुत्र प्राप्ति के बाद कुल के देवी और देवताओं की पूजा करते हैं।

कुल देवी देवता को कैसे पहचाने?

बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है कि उनके कुल देवी देवता कौन है? जिस कारण वह उनकी पूजा करने से वंचित रह जाते हैं, यदि आपको भी अपने कुल देवता के बारें में नहीं पता है तो आपको सबसे पहले अपनी समाज के भाई बंधुओ से पता करने की कोशिश करनी चाहिए क्योकि हो सकता है किसी बुजुर्ग को आपके कुल देवता के बारें में पता हो। पर यदि फिर भी आपको कही से भी इस बारें में जानकारी नहीं मिलती है तो आप एक दुसरा उपाय कर सकते है। आपको शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को सुबह जल्दी उठ कर स्नान करना है उसके बाद एक सुपारी को पवित्र स्थान पर रख कर उसे स्नान करवाना है तथा उस सुपारी को लाल कपडे पर रख कर ही स्नान करवाना है, सुपारी को स्थापित करने के बाद प्रार्थना करें कि “मुझे पता नहीं है की हमारे कुल देवता कौन है इस लिए में आपकी सेवा कर रहा हूँ” और साथ ही कहें कि मेरे कुल देव कहा है यह बताए और स्वप्न में जरुर आयें। फिर उस सुपारी को तकियें के नीचे रख कर सोना है ऐसा आपको 11 मंगलवार तक करना है और इन मंगलवार पर उपवास भी जरुर करें, इसके बाद आपको जरुर स्वप्न के द्वारा अपने कुल के देवी देवताओं का पता लग सकता है।

कुल देव की पूजा के लाभ

  • यदि कोई अपने कुल के देवी देवताओं को हर अवसर पर पूजता है, उनकी आराधना करता है तथा सच्चे मन से पुरे विधि विधान से उनकी पूजा करता है तो उसकी और उसके सारे परिवार की मनोकामनाएँ पूर्ण होती है, तथा वह बड़ी समस्याओं से बचे रहते हैं।
  • इनकी पूजा करने से धार्मिक परम्पराएँ बनी रहती है और कुल के सभी सदस्यों के बीच प्रेम भाव और भाईचारा रहता है।
  • कुल के देवी देवता की पूजा यदि कोई नया जोड़ा करता है तो उन पर सदा भगवान की कृपा बनी रहती है और उनके परिवारिक जीवन के किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आती है।

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