इस लेख में हम आपको बताएँगे कि जिसके हृदय में दया ना हो उसे क्या कहते हैं? मानवता तथा दया होना बहुत जरुरी है। बिना दया भाव के यह संसार नष्ट हो जाएगा कोई किसी की मदद नहीं करेगा, और इस दुनिया में अगर कोई किसी की मदद नही करेगा तो यह संसार एक नर्क के समान हो जाएगा। ह्रदय में दया भाव का होना बहुत जरुरी है जिस इंसान में दया भाव होता है वो बहुत उन्नति करता है तथा जीवन में सफलता के साथ आशीर्वाद भी पाता है। समाज में ऐसे इंसान को बहुत सम्मान मिलता है, हमे बच्चो को बचपन से ही दया तथा करुणा के बारें में बताना चाहिए ताकि आगे चल कर वे एक नेक इन्सान बने तथा समाज में सम्मान प्राप्त करें।
जिसके हृदय में दया ना हो उसे क्या कहते हैं?
जिसके हृदय में दया ना हो उसे निर्दय कहते हैं। दया का भाव मन में उत्पन्न होता है हम किसी को दया भाव रखने की केवल सलाह दें सकते हैं वह किसी पर दया रखता है या नही यह उसके मन पर निर्भर करता है, एक क्रूर और बुरा इन्सान ही दया भाव नही रखता है एक सज्जन इन्सान के ह्रदय में दया भावना जरुर होती है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!कुछ और महत्वपूर्ण लेख –