झेलम नदी का प्राचीन नाम क्या था

झेलम नदी का प्राचीन नाम क्या था?

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By Nitesh Harode

भारत में अनेक नदीयाँ पाई जाती है उन्ही में से एक है झेलम नदी, जो कश्मीर घाटी के दक्षिणपूर्वी हिस्से में पीर पंजाल के तल पर स्थित वेरीनाग स्प्रिंग से प्रारम्भ हो कर भारत-पाक सीमा के समानांतर बहती हुई पाकिस्तान के झंगके के निकट चिनाब नदी से जा कर मिल जाती है। झेलम कश्मीर घाटी का मुख्य जलमार्ग भी है। झेलम की कुल लम्बाई 2,130 किलोमीटर है इसी नदी के कारण कश्मीर में सोंदार्यता बनी रहती है। हिन्दू धर्म में इस नदी की उत्पत्ति का कारण यह बताया गया है कि कश्यप ऋषि ने हिंदू देवी पार्वती से अनुरोध किया था कि वे वहां रहने वाले पिसाच की दुष्ट प्रथाओं और अशुद्धियों से भूमि की शुद्धि के लिए कश्मीर आएं जिसके फलस्वरूप इस नदी का निर्माण हुआ था। सिंधु नदी की पाँच प्रमुख सहायक नदियों में से एक झेलम नदी भी है। सतलुज, ब्यास, रावी चिनाब और झेलम जो अंततः पाकिस्तान में सिंधु नदी में जा कर मिल जाती हैं तथा यह पश्चिम की ओर बहने वाली प्रमुख नदिया नदी है। अब आते हैं अपने मुख्य प्रश्न पर झेलम नदी का प्राचीन नाम क्या था?

झेलम नदी का प्राचीन नाम क्या था?

झेलम नदी का प्राचीन नाम वितस्ता था, जो स्वयं शंकर भगवान द्वारा रखा गया था।

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झेलम नदी के अन्य नाम

हिंदी : झेलम 
संस्कृत : वितस्ता
उर्दू : جہلم
पंजाबी : ਜਿਹਲਮ
कश्मीरी : ویتھ 

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