बैटरी का आविष्कार किसने किया

बैटरी का आविष्कार किसने किया | बैटरी का आविष्कार कैसे हुआ?

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By Nitesh Harode

बैटरी एक ऐसा आविष्कार है जिसके कारण ही आधुनिक युग में इतने यंत्र कार्य कर पाते हैं, इसे मोबाइल, लैपटॉप, बाईक, कार, और कई अन्य उपकरणों में उपयोग किया जाता है जो आज के समय के सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है, बिजली ऊर्जा का एक आसान स्त्रोत हैं और इसे इसी बैटरी द्वारा संचित किया जाता है, पर क्या आप जानते हैं कि बैटरी का आविष्कार किसने किया और बैटरी का आविष्कार कैसे हुआ? यदि नहीं तो आपको इस लेख में इन प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे।

बैटरी का आविष्कार किसने किया?

1800 में एलेसेंड्रो वोल्टा ने बैटरी का आविष्कार किया था यह इतालवी वैज्ञानिक और आविष्कारक थे, लेसन्द्रों वोल्टे का जन्म इटली में हुआ था, इन्हें हमेशा से ही बिजली के अध्ययन का शौक था। वोल्टा एक कॉलेज ड्राप आउट थे उनके पास किसी तरह की कोई डिग्री नहीं थी पर वह एक सफल वैज्ञानिक बन कर उभरे और उन्होंने बिलजी की बैटरी का अविष्कार तक किया जो आज महत्वपूर्ण उपकरणों में शामिल है और एक आधुनिक युग की शुरुआत हो सकी। यह पाविया विश्वविद्यालय में भौतिकी के प्रोफेसर भी रहें और अपने भौतिकी के प्रति प्रेम के चलते एक अच्छे शिक्षक भी बनें।

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बैटरी का आविष्कार कैसे हुआ?

सबसे पहले 1749 में बैटरी शब्द का उपयोग किया गया था और बेंजामिन फ्रैंकलिन ने सबसे पहले इस शब्द का उपयोग किया था। बेंजामिन फ्रैंकलिन एक राजनीतिज्ञ, वैज्ञानिक, आविष्कारक थे। 5 मार्च, 1827 यह वैज्ञानिक इस दुनिया को अलविदा कह कर चला गया, इस समय उनकी आयु 82 वर्ष थी। फिर भी आज के समय में उनका नाम वोल्टा बिजली के क्षेत्र में अमर है।

वोल्टा ने अपने साथी की तरह विद्युत धारा की उत्पत्ति के लिए जानवरों को परेशान करना सही नहीं समझा उन्होंने धातुओं के विभिन्न संयोजन स्थापित किये जिनका परिक्षण वह जीभ से छु कर करते थे। इन्होने उपकरण बनाया जिसमे ये दोनों धातुएँ दो इलेक्ट्रोड के रूप में काम करती थीं जिनका नाम कैथोड और एनोड। फिर वोल्टा ने इन दोनों धातुओं को एक कपड़े से पृथक किया और इसे नमकीन घोल में भिगोया। इसमें मौजूद कपड़ा इलेक्ट्रोलाइट का काम करता था और मोजुदा तार के दो सिरे ढेर से जुड़े हुए थे फिर उन्होंने पाया की बिजली ढेर से प्रवाहित होने लगी।

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