बंदर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

बंदर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

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By Pooja Sharma

बंदर वो जानवर है जो काफी शरारती होता है पर यह एक बुद्धिमान जानवर भी है इंसानो के पूर्वज बंदर ही थे इसीलिए ये कुछ कुछ इंसानों जैसे ही दिखते हैं। बंदर पूरी दुनिया में पाए जाते हैं। इनकी अनेक प्रजातीयां हैं जो अलग-अलग रंग की होती हैं। यह जंगलो में रहते है पर कटते जंगलो की वजह से गाँव की तरफ आ कर बसने लगे हैं, यह झुण्ड में रहते हैं और लोगो के घरों से खाने की चीजे चुराया करते हैं। यह अधिकतर भीड़ भाड़ वाली जगह पर पाए जाते हैं क्योकि वहा खाने के लिए बहुत सी चेजी मिलती रहती है। यह कभी कभी हमला भी कर देते हैं जिससे की लोग घायल हो जाते है। यह शाकाहारी जानवर है जो फल पत्ती आदि खा कर जीवन व्यतीत करता है। यह लम्बी लम्बी छलांग लगाने में माहिर है जो एक पेड़ से दुसरे पेड़ पर कूदते रहते हैं, बंदर का पसंदीदा फल केला होता है। आगे हम जानेंगे कि बंदर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

बंदर को संस्कृत में क्या कहते हैं

बंदर को संस्कृत में वानरः कहते हैं। बंदर को लगभग हर कोई जानता है यह जानवर आसानी से कई जगहों पर देखे जा सकते हैं यह झुण्ड में घूमते हुए देखे जा सकते हैं अधिकतर मादा बंदर के पेट पर उसका बच्चा चिपका रहता है।

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