बच्चों के लिए उपयुक्त डरावनी कहानियां

बच्चों के लिए उपयुक्त डरावनी कहानियां

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By Nitesh Harode

अगर आप बच्चों के लिए उपयुक्त डरावनी कहानियां ढूँढ रहे हैं तो आपको इस लेख में कुछ डरावनी कहानियाँ मिल जाएंगी, जिन्हें आप बच्चो को सुना कर उनका मनोरंजन कर सकते हैं।

बच्चों के लिए उपयुक्त डरावनी कहानियां

रवि की कहानी

एक बार की बात है, एक छोटे से गांव में एक बच्चा रहता था। उसका नाम रवि था। रवि बहुत खुशमिजाज बच्चा था, लेकिन उसे अँधेरे से बहुत डर लगता था। रवि को रोज़ रात को अकेले जब सब सो जाते हैं, तब उसे अजीब सी आवाज़ें आने लगती थीं। और रवि के दिमाग़ में कई ख़ौफ़नाक विचार आने लगते थे।

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एक रात, रवि जैसे ही सोने जाता है, उसे आवाज़ सुनाई देती है “रवि इधर आओ में तुम्हे ईनाम देना चाहता हूँ।” वो उठ जाता है और आवाज़ का पता लगाने के लिए बाहर निकल जाता है। उसके घर के पास एक बड़ा पुराना अस्पताल था, जहां लोगों की मौत आये दिन होती रहती थी। रवि को लगा कि वहीं से वो आवाज़ आ रही है। वह चुपचाप अस्पताल में घुस जाता है।

अस्पताल के अंदर उसे वही डरावनी आवाज़ सुनाई देती है। फिर अचानक उसे दूसरी आवाज सुनाई देती है “तू यहाँ क्या कर रहा है, रवि?” वह डर के मारे भागने की कोशिश करता है। पर अस्पताल के दरवाजे से बाहर निकलने में असमर्थ हो जाता है। और दरवाजे बंद हो जाते हैं, वह पाता है कि अस्पताल में कोई नहीं है और सारे दरवाजे बंद हो चुके हैं।

डरावनी आवाज़ फिर से आती है, “तू यहाँ फंस गया है, रवि। अब तू मेरे साथ रहेगा।” उसी समय एक अंधेरे कोने से एक आदमी निकलता है यह देख रवि डर के मारे बेहोश हो जाता है।

डरावना जंगल

एक गाँव के पास डरावना जंगल था, जहाँ जाने के लिए हमेशा मना किया जाता था क्योकि माना जाता है सेकड़ो सालो पहले वहां कब्रिस्तान हुआ करता था और वहा अब बड़े बड़े पेड़ उग चुके हैं जिस कारण वह जंगल में तब्दील हो चुका है। जो भी उस जंगल में जाता है वहां से जिन्दा वापस नहीं आ पाता है क्योकि उस जंगल में कई आत्माएं निवास करती है।

पर इस गाँव में कुछ बच्चो का एक समूह था जो केवल 15-15 साल के थे, उनके मन में यह जिज्ञासा थी कि क्या सच में भी उस जंगल में जाने पर मौत हो जाती है। यह जानने के लिए उन बच्चो ने उस जंगल में जाने की योजना बनाई। फिर चार दोस्त उस जंगल में गये, जिसमे से एक का नाम रोहन दुसरे का नाम अंकित, तीसरे का नाम रजत तथा चौथे का नाम सागर था।

वह सुबह 8 बजे ही अपने घर वालो को बताएं बिना जंगल के लिए रवाना हो जाते हैं और 10 बजे उस डरावने जंगल में पहुचते हैं, फिर वह यह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर इस जंगल में ऐसा क्या है?

सबसे पहले रोहन को एक बड़ा सा आदमी दिखाई देता है जिसके बड़े बड़े नाख़ून और दांत है जिसकी आँखे लाल है तथा मुह से खून बह रहा है। वह जैसे ही इस बारे में अपने दोस्तों को बताने की कोशिश करता है वह आदमी गायब हो जाता है। और रोहन घर चलने की बात करता है। पर उसके दोस्त उसकी बात नहीं मानते हैं और जंगल के अंदर जाने लगते हैं। वह चारो दो साइकिल से जंगल आये थे जिसमे रोहन अंकित की साईकल पर सवार होता है। रोहन अंकित को घर चलने के लिए मना लेता है और वह रजत और सागर को बताएं बिना घर को रवाना हो जाते है। जैसी ही रजत और सागर को पता लगता है वह दोनों गायब हो गये हैं तो वह उन्हें ढूँढने की कोशिश में जंगल के और अंदर तक पहुच जाते हैं जहाँ उनकी मुलाकात एक खूंखार आदमी से होती है जो दिखने बहुत ही खतरनाक था जिसका चेहरा पूरी तरह से घायल था और खून बह रहा था।

यह देख वह भी घर की तरफ भागते हैं और गाँव में आ कर रोहन और अंकित को पाते हैं जिसके बाद वह गाँव वालो को इस घटना के बारे में बताते हैं। जिसके फलस्वरूप उनके घर वाले उनका घर से निकलना बंद कर देते हैं।

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