प्रति क्षण हमारे मन में नए नए सवाल आते हैं। इन सवालों का आना बहुत ही सामान्य सी बात है और सवालों का हल केवल वही ढूंढते हैं जो सच में इंटेलीजेंट बनना चाहते हैं। हम प्रतिदिन नए नए सवालों के जवाब लेकर आपके लिए लेख लिखते हैं। आज का हमारा यह आर्टिकल उपनिवेशवाद के बारें में है। जिसमे हम जानेंगे की उपनिवेशवाद क्या है? उपनिवेशवाद किसे कहते हैं (Upniveshvad Kise Kahate Hain) उपनिवेशवाद का आरंभ आदि। तो इस पोस्ट को आखिर तक अवश्य पढ़े और अपने उन परिचितों के साथ साझा करें जो उपनिवेशवाद के बारें में जानना चाहते है।
उपनिवेशवाद किसे कहते हैं (Upniveshvad Kise Kahate Hain)
किसी शक्तिशाली देश के द्वारा किसी कमजोर देश पर शक्ति का प्रयोग कर उसके प्राकृतिक संसाधनों का उपभोग करना उपनिवेशवाद कहलाता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!आर्गन्सकी के अनुसार– ‘‘वे सभी क्षेत्र उपनिवेशों के तहत आते हैं जो विदेशी सत्ता द्वारा शासित हैं एवं जिनके निवासियों को पूरे राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं हैं।’’
किसी भो निर्बल देश पर कब्जा करना ही उपनिवेशवाद नही है, उस देश के प्रशासन को खत्म करने के लिए वहा अपने लोगो को भेज कर कॉलोनी बसाना भी उपनिवेशवाद कहलाता है। उपनिवेशवाद का काफी लम्बा और पुराना इतिहास रहा है।
उपनिवेशवाद का आरंभ
माना जाता है की सन 1500 में यूरोपीय देशो ने विस्तारवादी कार्यवाहिया प्रारम्भ कर दी थी जिसमे स्पेन , पुर्तगाल, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देश शामिल थे। इसे उपनिवेशवाद का पहला दोर कहा जाता है। इसके बाद १८७० में ब्रिटेन और कुछ सदी बाद अमेरिका ने भी प्राकृतिक संसाधन और नये बाज़ार हासिल करने के लिए यही रास्ता चुना ।
युरोपियन आर्मी ने आसानी से अफ़्रीका पर कब्ब्जा करा था जब उपनिवेशवाद का दूसरा दोर चल रहा था और फिर उपनिवेश बनाने का कार्य भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी के द्वारा एक बड़े हिस्से का उपनिवेशीकरण करके कीमती मसालों और कच्चे माल की प्राप्ति करना शुरू कर दी थी।
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