पहली बार करवा चौथ कैसे करें

यदि आप पहली बार कर रही है करवा चौथ का व्रत तो जरुर याद रखें यह बातें

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By Nitesh Harode

पहली बार करवा चौथ कैसे करें: हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ मनाई जाती है, इसी के अनुसार इस वर्ष 1 नवंबर 2023 को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। यह सुहागन महिलाओं का त्यौहार है तथा इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है तथा एक स्वस्थ्य जीवन की प्राथना करती है। इस दिन सुहागन महिला निर्जला व्रत रखती है तथा पूजा पाठ करती है, जिन महिलाओं की न्य इशादी हुई है और इस वर्ष वह पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही है तो उन्हें कई बातों का ध्यान रखना चाहिए क्योकि पहली बार में कुछ गलतियाँ होने सम्भावना रहती है, और यदि सही से नियमो का पालन नहीं किया जाएँ तो व्रत का कोई लाभ नहीं मिलता है।

16 श्रृंगार का महत्व

यह व्रत पत्नी अपने पति के लिए रखती है तथा इस दिन 16 श्रृंगार का विशेष महत्व है, पत्नी इस दिन सज धज कर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है तथा पूजा पाठ तथा व्रत के नियमो का पालन करती है इसीलिए इस दिन महिला सुंदर दिखने के लिए 16 श्रृंगार तक करती है।

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सरगी से शुरुआत

इस व्रत की शुरुआत सरगी से की जाती है, सरगी को सुबह व्रत के प्रारम्भ में खाया जाता है तथा ऐसी परम्परा है कि सरगी सास अपनी बहु को देती है साथ ही उसे सुहाग का सामान भी दिया जाता है। सरगी का सेवन सूर्योदय से पहले ही किया जाता है, सरगी में दूध से बनी चीजे, नारियल पानी, फल आदि होते हैं।

लाल साड़ी ओए मेहँदी

इस दिन महिलाएं यदि लाल रंग साड़ी पहनती है तो यह अत्यधिक शुभ माना जाता है, इसीलिए इस दिन हर व्रत रखने वाली महिलाओं को लाल रंग की ही साड़ी पहनना चाहिए, इस दिन भूल कर भी काली साड़ी नहीं पहनना चाहिए क्योकि यह दिन अत्यधिक शुभ होता है और इस पति की लम्भी उम्र की कामना की जाती है इसीलिए सुहागन महिला के लिए लाल साड़ी शुभ मानी गयी है। व्रत रखने वाली स्त्री को मेहँदी जरुर लगाना चाहिए क्योकि शुभ कामो में महंदी लगाई जाती आ रही है इसीलिए इस दिन मेहँदी लगाना न भूलें।

पूजन

इस दिन करवा चौथ की कथा जरुर सुनना चाहिए, तथा संध्या पूजन के बाद चाँद के निकलने का इंतजार किया जाता है। जैसे ही चाँद निकलता है उसे अर्घ्य दिया जाता है फिर उसे एक छलनी के द्वारा देखा जाता है तथा इसके तुरंत बाद पति का चेहरा देखते हैं और फिर पत्नी को पानी पिला कर साथ में भोजन किया जाता है।

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