कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय

कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय

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By Nitesh Harode

सिर के बालों के कारण चेहरा खुबसूरत लगता है, इन्हें स्टाइल से रखना बहुत से लोगों को पसंद होता है, पर समय के साथ बाल भी रंग बदलने लगते हैं या फिर झड़ने लगते हैं, जिस कारण व्यक्ति काफी परेशान होने लगता है, पुराने लोगों के बाल बुजुर्ग होने पर ही सफेद होते थे परन्तु अब कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगते हैं । हेल्थ एक्सपर्ट पंकज बेहरे के अनुसार कम उम्र में बालों का सफेद होना एक सामान्य समस्या है, जो अक्सर युवा पीढ़ियों को परेशान करती है। इस लेख में, हम कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय की बात करेंगे और उन्हें रोकने पर ध्यान देंगे।

कम उम्र में बाल सफेद होने के कारण और उपाय

आनुवंशिक

आनुवंशिकता बालों के सफेद होने का मुख्य कारण हो सकती है। यदि परिवार में बालों की सफेदी का इतिहास है, तो आपके बच्चों में भी यह समस्या हो सकती है।

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विटामिन की कमी

शरीर में विटामिन बी 12 की कमी के कारण कम उम्र में ही बाल सफेद होने की समस्या होने लगती है, यदि विटामिन की कमी को दूर कर लिया जाएँ तो कम उम्र में सफेद हो रहें बालों को काला किया जा सकता है।

मेलेनिन की कमी

बालों का रंग मेलेनिन नामक एक पिगमेंट द्वारा तय होता है। कई बार शरीर में मेलेनिन की कमी होने से बाल सफेद होने लगते हैं।

आहार और पोषण की कमी

अच्छे आहार के बिना शरीर के अंदर की कई प्रक्रियाएं सही से नहीं हो पाती है, जिस कारण बाल सफेद होने लगते हैं, यह सबसे मुख्य सबसे मुख्य कारण है जिस कारण बाल प्रभावित हो सकते है।

तंतु-रोग

कुछ बार तंतु-रोग जिसे नसों की बीमारियाँ कहा जाता है भी बालों के सफेद होने का कारण बन सकते हैं।

तनाव और मानसिक परेशानियाँ

यदि आप तनाव और मानसिक परेशानियों के चलते पर्याप्त आराम नही ले पा रहे हैं, तो यह आपके बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

उपाय

आहार

पोषण से भरपूर आहार खाना बालों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। हरी सब्जियाँ, फल, दही, अंडे, दालें और मुँगफली जैसे प्रोटीन स्रोतों को अपने आहार में शामिल करे।

देखभाल

अपने बालों की सही देखभाल करना भी जरूरी है। मेंहदी, आमला, रिठा आदि से बने प्राकृतिक उपायों का उपयोग बालों को प्रभावित करते हैं इसीलिए इनका उपयोग कमतर ही करना चाहिए।

योग और प्राणायाम

योग और प्राणायाम करने से तनाव कम होता है और शरीर की क्रियाएँ सुचारू रूप से होती है, जिससे बालों के सफेद होने का खतरा कम होता है।

आयुर्वेदिक उपचार

आयुर्वेदिक चिकित्सा में बालों के सफेद होने के उपाय मौजूद हैं। आमला, ब्राह्मी, भृंगराज, अश्वगंधा आदि जैसी जड़ी-बूटियों का उपयोग करके बालों को स्वास्थ्य दें।

अच्छी आदतें

अच्छी आदतें बनाने से आपसामान्य तौर पर स्वस्थ्य रहेंगे, जिससे बालों के सफेद होने का खतरा कम होगा। यह जरूरी है कि आप पर्याप्त नींद लें, रोग से बचें और मानसिक शांति बनाए रखें।

कम उम्र में बाल सफेद होना एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसका समाधान नहीं है। सही आहार, देखभाल, योग, आयुर्वेदिक उपचार और स्वस्थ आदतों के साथ, आप इस समस्या का समाधान पा सकते हैं। यदि आपके बाल सफेद हो रहे हैं और आपके पास इसके लिए कोई समाधान नहीं है, तो आपको एक विशेषज्ञ की सलाह जरुर लेनी चाहिए।

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