किसी इंसान के पीछे भागकर अपनी वैल्यू कम मत करो जो आपका होगा वो कहीं नहीं जाएगा

किसी इंसान के पीछे भागकर अपनी वैल्यू कम मत करो जो आपका होगा वो कहीं नहीं जाएगा

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By Sachin Dangi

यह दुनिया केवल उन लोगों ही अहमियत देती है जो उनके काम के होते हैं या उनसे उन्हें किसी प्रकार का फायदा होता है। पर कई बार हम प्रेम और रिश्तों के चलते लोगों को अहमियत देते हैं और वही हमारी कद्र नहीं करते हैं उन्हें लगता है कि हम उनके लिए हमेशा उपलब्ध है पर वह नहीं जानते हैं कि हम उनके लिए समय निकलते हैं और रिश्ते की अहमियत को समझते हैं। और कई बार हम उस रिश्ते को बचाने के लिए उसके पीछे भागते रहते हैं पर हमें ऐसा नहीं करना चाहिए क्योकि कहा जाता है कि किसी इंसान के पीछे भागकर अपनी वैल्यू कम मत करो जो आपका होगा वो कहीं नहीं जाएगा । इस लेख में आपको इस तरह की और Value Shayari, Value Status, Value Quotes, Value Shayari in Hindi, Value Status in Hindi, Value Quotes in Hindi आदि मिल जाएँगी।

Value Shayari – अहमियत शायरी स्टेटस कोट्स

जब खुद अपनी अहमियत बतानी पड़ जाए,
तो समझ लेना आपकी अहमियत नहीं रही।

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मिलता गया सब, सबकी अहमियत कम हो गयी,
जिन्दगी जिये भी नहीं और खत्म हो गयी.

इंसान अजीब है ना मिले तो रोते है,
मिल जाएँ तो अहमियत खो देते है.

उसका बेवफ़ा होना लाजमी था,
उसको मैंने इतनी अहमियत ही दे रखी थी.

किसी इंसान के पीछे भागकर अपनी वैल्यू कम मत करो जो आपका होगा वो कहीं नहीं जाएगा ।

टेढ़े-मेढ़े रास्तों पर चलकर
अहमियत मंजिल की समझ में आती है,
जो हासिल हो सरल रास्तों से
उसकी कीमत कब आंकी जाती है.

हर रिश्तें की अपनी अहमियत है,
एक खुशरंग जिन्दगी में सबकी जरूरत है.

अहमियत दी तो कोहिनूर खुद को मानने लगे,
कांच के टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे।

काश तेरी दुनिया में मेरी अहमियत होती,
ज्यादा नहीं पर मेरी कुछ तो कीमत होती.

जहाँ अहमियत ना मिले वहां ठहरते नहीं,
चाहे महल हो या किसी आशिक का दिल हो.

अहमियत” दी तो कोहिनूर खुद को ”मानने” लगे,
कांच के टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे।

उस से नफ़रत करता तो उसकी अहमियत बढ़ जाती,
मैंने माफ़ करके उसको शर्मिंदा कर दिया.

जिंदगी में उस चीज की अहमियत किसी को समझ नहीं आती जो उसके पास पहले से ही हो।

अहमियत दी तो कोहिनूर खुद को मानने लगे,
कांच के टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे।

मेरी ख्वाहिशों के दरमियाँ इतनी उलझने आती है,
ऐसा लगता है जैसे जिंदगी की अहमियत बतलाती है.

रिश्तों की अहमियत बताने और जताने से नहीं,
आप का हक उन्हें निभाने से बनता है.

जबसे रिश्तों की अहमियत को समझने लगा,
अब दूसरों की गलतियों को माफ़ करने लगा.

दुःख हो या सुख नहीं पड़ा कोई फर्क,
अहमियत पैसे को मिलती है चाहे दो कोई तर्क

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