बर्मा भारत से कब अलग हुआ

बर्मा भारत से कब अलग हुआ?

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By Nitesh Harode

बर्मा, जिसे म्यांमार के नाम से भी जाना जाता है एक समय पर ब्रिटिश भारत का हिस्सा हुआ करता था। ब्रिटिश सरकार ने अपने राज को सुरक्षित करने के लिए बर्मा पर भी अधिकार किया हुआ था। यह 1824 से ब्रिटिश सरकार के कब्जे में था। कई वर्षों तक ब्रिटिश सरकार के अधीन रहा और बाद में इसे भारत से अलग कर दिया गया। आज हम जानेंगे कि बर्मा को भारत से कब अलग किया गया या बर्मा भारत से कब अलग हुआ?

बर्मा भारत से कब अलग हुआ

भारत की आजादी से ठीक 10 वर्ष पूर्व यानि 1937 में बर्मा भारत से अलग हुआ। हालांकि म्यांमार को ब्रिटिश राज से सम्पूर्ण स्वतंत्रता 1948 में मिली।

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बर्मा का इतिहास

बर्मा ब्रिटिशों का राज 1948 तक था, तथा जितना क्षेत्र ब्रिटिशो के हाथो में था उसे ब्रिटिश बर्मा कहा जाता था। यह पुराने समय से ही भारत तथा चीन के बीच व्यापार मार्ग के रूप में कार्य करता था। भारत के व्यापारी उन सभी क्षेत्रो का निरिक्षण कर चुके थे यहाँ बर्मी रहा करते थे। इस कारण वहां आज भी भारतीय संस्कृति को देखा जा सकता है। इस जगह का मुख्य व्यापार कृषि पर आधारित नहीं था तथा यहा की अर्थव्यवस्था वैश्विक बाजार से जुड़ गयी थी।

1920 में यहाँ विश्वविद्यालय अधिनियम के विरोध में एक छात्र हड़ताल प्रारम्भ हो गयी थी, तथा 1930 में थार्रावाडी में साया सैन द्वारा एक स्थानीय कर विरोध भी शुरू हो गया। 1 अप्रैल 1937 को अंग्रेजों ने बर्मा प्रांत को ब्रिटिश भारत से अलग कर दिया गया और कॉलोनी को एक पूर्ण निर्वाचित विधानसभा के लिए एक नया संविधान भी प्रदान किया गया।

जनवरी, 1948 में म्यान्मार को स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी, म्यान्मार दुनिया के उन तीन देशो में शामिल है, जो अंतर्राष्ट्रीय इकाई प्रणाली का इस्तेमाल नहीं करते है। इस देश में हमेशा से सेनिक शासन को लेकर अशांति रही जो आज भी आयाम है। 80 के दशक में इस देश में आर्थिक समस्याओ का सागर आ गया और जनरल ने विन को खुले रूप में अपनी आर्थिक नीतियों की विफलता को स्वीकार भी किया। 1942 बर्मा जापान के कब्जे में चला ज्ञाता इस समय द्वितीय विश्व युद्ध शुरू था, और जापानियों ने इसे आर्थिक पहुचाना प्रारम्भ कर दिया,

स्वतंत्र बर्मा में लोकतांत्रिक रूप से चुने गये मंत्रिमंडल को प्रारम्भ में कन्युनिस्टों का सामना करना पड़ा। जब वे दो वर्गों में बटे हुए थे जो थे लाल झण्डे वाले जिन्हें ट्रॉट्स्काईट कहा जाता था एवं सफेद झण्डे वाले जो स्टेलिनिस्ट कहलाते थे।

वर्तमान बर्मा

बर्मा का वर्तमान नाम म्यांमार है जिसके जनसंख्या 5.3 crores है यह 6,78,500 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, तथा इसकी उत्तर-पश्चिमी सीमाएँ भारत के अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और बांग्लादेश के चटगाँव प्रांत से मिलती है, उष्णकटिबन्धीय जलवायु वाले इस देश में भी तीन ऋतुएँ होती है। था ठण्ड में 15.5 डिग्री तथा गर्मी में 38 डिग्री सें॰ तक तापमान रहता है।

FAQs

म्यांमार को पहले किस नाम से जाना जाता था?

म्यांमार को पहले बर्मा के नाम से जाना जाता था।

म्यांमार की राजधानी क्या कहलाती है?

नाएप्यीडॉ (Naypyidaw)

बर्मा को भारत से अलग करने के लिए कौन जिम्मेदार था?

बर्मा को भारत से अलग करने के लिए अंग्रेज जिम्मेदार थे।

क्या बर्मा को भारत में शामिल किया गया था?

हाँ, बर्मा को भारत का एक घटक माना जाता था।

किस अधिनियम द्वारा बर्मा को भारत से अलग किया गया?

1935 के अधिनियम द्वारा बर्मा को भारत से अलग किया गया।

बर्मा का पुराना नाम क्या है?

बर्मा का पुराना नाम ब्रह्मदेश है।

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