इस लेख में आप जानेंगे कि विश्व की सबसे बड़ी गैस त्रासदी कहां हुई?
विश्व की सबसे बड़ी गैस त्रासदी कहां हुई
विश्व की सबसे बड़ी गैस त्रासदी 3 दिसंबर, 1984 को भोपाल भारत में हुई थी। यह त्रासदी भोपाल में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के यंत्र से गैस रिसाव के कारण हुई थी, जिसके बाद मिथाइल आइसोसाइनेट जैसी जहरीली गैसें निकली और अन्य रसायन हवा में फ़ैल गया। अनुमान है कि 1000 से लेकर 15,000 तक लोग मारे गये हैं और कई और दीर्घकालिक समय के लिए बीमार हो गये थे। ।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!भोपाल गैस त्रासदी को इतिहास की सबसे भीषण औद्योगिक आपदाओं में से एक माना जाता है और इसका प्रभाव आज भी भोपाल के लोग महसूस कर रहे हैं। आपदा तब हुई जब लगभग 42 टन मिथाइल आइसोसाइनेट एक भंडारण टैंक में पानी घुस गया, जिससे एक रासायनिक प्रतिक्रिया हुई जिसने जहरीली गैस हवा में फ़ैल गयी। गैस रिसाव का प्रभाव विनाशकारी था, रात के समय आसपास के इलाकों के लोग घुट-घुट कर, खांसकर और सांस लेने के लिए हांफते हुए जाग गए, कई बेहोश हो गए और कई की मौत हो गई।
आपदा इतनी विशाल थी कि स्थानीय अस्पतालों में भीड़ लगने लगी, इसके बाद के दिनों में भी मरने वालों की संख्या में वृद्धि जारी रही। जहरीली गैस के परिणामस्वरूप कई लोगों को दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा है, और आपदा के आर्थिक और सामाजिक प्रभाव देखे जा सकते हैं। आपदा के 38 से अधिक वर्षों के बाद आज भी भोपाल के लोग पीड़ितों के लिए न्याय और मुआवजे के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
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