कपटी लोगों पर शायरी

कपटी लोगों पर शायरी

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By Mridul Navgotri

कपटी लोग उन लोगो को कहते हैं जो कदम कदम पर धोखा करते हैं तथा हमेशा खुद के मतलब के लिए ही जीते हैं. इनमे इंसानियत नही होती हैं तथा कभी भी त्याग भावना नही रखते हैं। कपटी लोगो को पहचानना बहुत जरुरी है वरना अगर ये आपके जीवन में प्रवेश कर लेते हैं तो आपको भारी नुकसान दे सकते हैं। अगर आपके जीवन ऐसा कोई व्यक्ति आ चूका है और शायरी के माध्यम से उसे कुछ कहना चाहते हैं या फिर इस तरह के लोगो के बारे में कुछ लिखना चाहते हैं तो इस लेख में आपको कपटी लोगों पर शायरी, स्वार्थी, मतलबी, घटिया लोगों पर शायरी, मीठे बोलने वाले लोगों पर शायरी मिल जाएंगी।

कपटी लोगों पर शायरी

kapti logo par quotes
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छोटी बातें करते हैं जो लोग,
चार पैसे में बिकते हैं जो लोग,
करते हैं नीचा दिखाने की कोशिश,
पता नहीं कहां से आते हैं ऐसे लोग।

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जो लोग दूसरों की आखों मे आसूं लाते हैं
वो कैसे भूल जाते हैं कि उनके पास भी दो आखें हैं

न परेशानियां, न हालात, न ही कोई रोग है,
जिन्होंने हमें सताया है कोई और नहीं वो झूठे लोग हैं।

कुछ मतलबी लोगों ने दुनिया पर किया ऐसा असर,
प्रणाम करने पर भी लोग अब नहीं मिलाते नजर।

मतलबी लोगों को तो पहले चांद नजर आता है,
मतलब पूरा होते ही उस चांद में दाग नजर आता है।

मैं भी झूठा, तू भी झूठा, झूठी है दुनिया सारी
झूठे हैं ये लोग सभी, झूठे हैं नर-नारी
झूठ ही सबका दाता, सबका झूठ ही पालनहार है
ऐसा कलयुग आया देखो झूठ हुआ सच पर भारी है

समय पर परख लेना चाहिए स्वार्थी इंसान को,
वो मतलब के लिए नहीं छोड़ता बेजुबान को।

matalbi logo par quotes
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यहां जरूरत के हिसाब से जो बदल लेते हैं नकाब,
उनसे उचित दूरी ही बनाकर रखा करो जनाब।

अपने आपको अच्छा साबित करने की
जरूरत नहीं है
जो आप को समझते हैं ,उन्हें सफाई देने की जरूरत नहीं
बाकी दुनिया तो भगवान से भी दुखी है।

बातें विश्वास और भरोसे की बेमानी सी लगती हैं,
झूठी दुनिया में वफादारी अनजानी सी लगती है
झूठे लोगों से भरी पड़ी हैं कहानियां यहाँ किताबों में
प्यार से बोल दे कोई तो मेहरबानी सी लगती है।

कुछ रिश्ते सुखी रेत जैसे होते हैं
बस थोडी सी हवा लगने पर ही
दूर चले जाते हैं

चालाक लोगों का हाल होता है ऐसा,
साथ रहते हैं जब तक पास होता है पैसा।

मतलबी लोगों की कुछ ऐसी होती है दास्तां,
दोस्त का दुख आते ही बदल लेते हैं रास्ता।

सच्चाई बिक रही है इस झूठी दुनिया में
सच बोलने के लिए झूठे लोग बिकते हैं
कौन सुनता है चीखें मजबूर गरीब लाचारों की
जिसके पास ताकत है दौलत की वहीं इंसाफ टिकता है।

विश्वास की डोर को चुटकियों में तोड़ जाते हैं,
घटिया लोग अपनों को बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं।

किसी और बदलने की कोशिश करना मूर्खता है, क्योंकि लोग किसी और के कहने से नहीं बदलते हैं, लोग तभी बदलते हैं जब वो चाहते हैं.

मतलबी वो नहीं जो वक्त पर काम न आए,
मतलबी वो है जो साथ होते भी साथ न निभाए।

इंसान अपने मतलब की बात करने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ लेता है
और
मतलब निकलने के बाद किनारा करने का भी कोई ना कोई वजह तलाश लेता है।

ख्वाबों की दुनिया में अक्सर कोई आहत देता है,
दूर कर ग़मों को अक्सर चेहरे पर मुस्कराहट देता है
मगर अफ़सोस वो दुनिया और वहां के लोग झूठे हैं
वहां बिताया इक इक पल फिर भी अक्सर दिलों को राहत देता है।

मुस्कुराहटें चेहरों पर और दिल में फरेब है,
बातों के धनी हैं खाली इनकी जेब है
अजीब है ये झूठे लोग जो इधर-उधर घूमते हैं
समझते हैं जिसे ये खासियत अपनी वही इनका ऐब है।

जख्म मेरे सीने के भर जाएंगे
आंसू भी मोती बनकर बिखर जाएंगे
यह मत पूछना किस-किस ने धोखा दिया
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएंगे। ।

परवाह करने वाले तो ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे,
इस्तेमाल करने वाले ढूंढते हुए आप तक पहुंच जाएंगे।

पल भर लगता है किसी को अपना मानने में
इक उम्र लग जाती है फिर उन्हें जानने में
नकाब अच्छाई का रहता है छिपे हुए चेहरे में
देर लग ही जाती है अक्सर झूठे लोगों को पहचानने में।

लोग इतने बुरे नहीं होते हैं
मगर जब मतलब के नहीं होते
तब बुरे लगने लग जाते है

किसी बुरे व्यक्ति से मदद लेना या किसी बुरे व्यक्ति की मदद करना दोनों मूर्खता है.

बड़े प्यार से दिल जीतने की कोशिश करते हैं,
फिर स्वार्थी लोग हंसते-हंसते रंजिश करते हैं।

बहुत मतलबी हो गई है ये दुनिया,
सिर्फ अपने बारे में सोचती है ये दुनिया,
कोई मर भी रहा होगा इनके सामने,
पैर रखकर आगे बढ़ जाएगी ये बेरहम दुनिया।

चेहरे के रंग को देख कर दोस्त ना बनाना
‘तन’ का काला चलेगा , लेकिन मन का काला नहीं

कुछ लोग अपने पास बुला कर फिर दूर कर देते हैं
ना चाहते हुए भी मुझे लिखने पर मजबूर कर देते हैं। ।

गैरों की नजरों मे ऊठने के लिए
कुछ लोग अपनो को ही गिरा देते हैं

कोहनी पर टिके हुए लोग,
टुकङों पर बिके हुए लोग,
करते हैं बरगद की बातें
ये गमले में उगे हुए लोग।

स्वार्थी व्यक्ति की बस एक होती है निशानी,
मतलब न हो तो कड़वे बोल और काम हो तो मीठी जुबानी।

झूठी दुनिया के झूठे फ़साने हैं
लोग भी झूठे और झूठे ज़माने हैं
धोखे मिलते है हर कदम पर यहाँ
हर तरफ भीड़ है लेकिन अफ़सोस सब बेगाने हैं।

छल कपट और पाप
उतना ही करना चाहिये जितना
भुगतने का सामर्थ्य हो क्योंकि ये
कुदरत किसीको नहीं छोडती !!

matalbi logo ke liye shayari
matalbi logo ke liye shayari
अपने मतलब के लिये लोग, कितना बदल जाते हैं
वे अपनों को पीछे धकेल कर, आगे निकल जाते हैं।

रिश्ते अगर कुछ सर्तो से जुडे है तो
उन्हें टूटने से फरिश्ते भी नहीं बचा सकते

मतलबी लोग कुछ ऐसा हुनर रखते हैं
दिल मे जहर और जुबान से रस रखते हैं

रिश्ते कम बनाओ मगर उन्हें दिल से निभाओ
क्योंकि लोग अक्सर बेहतर की तलाश में
बहतरीन को खो देते हैं

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