4 बच्चों की कहानियां

बच्चों के लिए 4 मनोरंजक कहानियाँ

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By Nitesh Harode

जैसा की हम सब जानते हैं कि बच्चो को कहानियाँ बहुत पसंद होती है वे कहनियाँ पढ़ना या फिर सुनना बहुत पसंद करते हैं। अगर आपके घर पर भी कहानियाँ पसंद करने वाले बच्चे मौजूद है और आप उन्हें कहानियाँ सुनाना चाहते हैं तो आपको इस लेख में 4 बच्चों की कहानियां (best short hindi story for kids) मिल जाएंगी।

4 बच्चों की कहानियां – Best Short Hindi Story For Kids

कछुआ और खरगोश

एक जंगल में एक खरगोश रहता था जो काफी तेज दौड़ता था तथा उसमें अपनी इस योग्यता पर अत्यधिक घमंड था। वह आये-दिन जंगल के जानवरों को दौड़ की प्रतिस्पर्धा के लिए उकसाता रहता था और जीतने के बाद उन्हें शर्मिंदा करता था।

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एक दिन इस खरगोश ने जंगल में रहने वाले कछुएं को उसके साथ रेस लगाने के लिए उकसाया। बेचारा कछुआ दबाव में आ कर मान गया, लेकिन उसमें आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं थी। दोनों की दौड़ प्रारंभ होने वाली थी, जंगल के सभी जानवर इस दौड़ को देखने के लिए एकत्रित हुए थे। खरगोश बहुत घमंडी था और उसे पूरा भरोसा था कि वही इस दौड़ को जीतेगा।

दौड़ प्रारंभ हुई, खरगोश तेज रफ्तार के साथ भागने लगा और बेचारा कछुआ अपनी धीमी चाल से आगे बढ़ने लगा। कुछ दूर जाने के बाद खरगोश ने पीछे देखा, पर उसे दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आई, तो उसने सोचा कि क्यों न आराम किया जाए।

फिर खरगोश एक बड़े से पेड़ के नीचे जाकर बैठ गया, जहां उसे नींद लग गई और कछुआ इस दौड़ को जीत गया। खरगोश की जब नींद खुली और वह आगे बढ़ा, तो उसने पाया कि कछुआ दौड़ जीत चुका है, जानवर उसकी वाह-वाही कर रहे हैं और खरगोश का मजाक बना रहे हैं, कहते हैं कि यह जंगल के सबसे धीरे चलने वाले जानवर से हार गया।

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अकबर और बीरबल

एक व्यापारी बीरबल के पास पहुंचा और बोला – “बीरबल जी, मेरे घर में चोरी हो गई है और मुझे अपने 5 नौकरों पर शक है, अब मैं कैसे पता लगाऊं कि किस नौकर ने चोरी की है।” तब बीरबल ने कहा – “कल, सभी नौकरों को महाराजा अकबर के दरबार में लेकर आओ।”

अगले दिन, व्यापारी अकबर के दरबार में अपने नौकरों के साथ पहुंचा। बीरबल ने अकबर को सभी बातें बताई। अकबर ने कहा – “जिसने भी चोरी की है, उसे आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी।” और चोर का पता लगाने का कार्य बीरबल को सौंपा गया।

जिसके बाद, बीरबल ने एक ही आकार की 5 लकड़ियाँ लेकर आया और नौकरों से कहा – “तुम्हें यह एक-एक लकड़ी दी जाएगी, जो भी निर्दोष है, उसकी लकड़ी का आकार सुबह तक स्थिर रहेगा, पर जो भी चोर है, उसकी लकड़ी 1 इंच बढ़ जाएगी।”

जिस नौकर ने चोरी की, उसने सोचा कि अगर वह लकड़ी को 1 इंच काट देता है तो सुबह उसकी लकड़ी अन्य नौकरों के आकार की ही रहेगी, और उसने ऐसा ही किया। जब सुबह सभी नौकर राजदरबार में पेश हुए, तो बीरबल ने उस चोर का पता लगा लिया क्योंकि जिस व्यक्ति की लकड़ी 1 इंच छोटी थी, वही चोर था।

क्योंकि बीरबल ने झूठ कहा था कि जो भी चोर होगा, उसकी लकड़ी 1 इंच बढ़ जाएगी।

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झूठ बोलने का बुरा नतीजा

एक गाँव में बहुत से लोग रहते थे, जो हर एक-दो दिन में सुबह अपनी भेड़-बकरियों को घास चरने के लिए जंगल में छोड़ा करते थे। उस गाँव में एक शैतान लड़का था, उसे एक दिन शैतानी करने की इच्छा हुई, और वह सुबह भेड़-बकरियों के घास खाने जाने के बाद गाँव में आकर चिल्लाने लगा, “भेड़ियों ने बकरियों पर हमला कर दिया है,” यह सुनकर गाँव के लोग बकरियों की रक्षा के लिए भागने लगे। यह देखकर उस बच्चे को बड़ा आनंद आया। फिर वह हर दूसरे दिन ऐसा मजाक करता और लोगों को जंगल की तरफ भागते देख हँसता और उनके मजे लेता। एक दिन उस बच्चे के घर की बकरियां जंगल में घास चरने के लिए गई हुई थीं, और वह बच्चा भी वही था, उस दिन सच में भी एक भेड़िया बकरियों का शिकार करने लगा, यह वह बच्चा डर गया और गाँव के लोगों के पास मदद के लिए भागा, पर किसी ने भी उसकी मदद नहीं की और उससे कहने लगे कि “तू हर बार की तरह झूठ ही बोल रहा है, इस बार हम उल्लू नहीं बनेंगे।”

इस कहानी से हमें सिख मिलती है कि हमें हद से ज्यादा झूठ नहीं बोलना चाहिए, वह हमारे लिए नुकसानदायी हो सकता है।

4 बच्चों की कहानियां

सोने का अंडा देने वाली मुर्गी

एक गाँव में एक परिवार रहता था, जो मुर्गी, अंडे, आदि का व्यापार करते थे। यह पति-पत्नी दुसरे गाँव से मुर्गियाँ लाकर अपने गाँव में बेचते थे, साथ ही मुर्गियों के अंडों का व्यापार भी किया करते थे। एक दिन उन्होंने देखा कि इनके पास की एक मुर्गी ने सोने का अंडा दिया है, और इस पर वह बाजार में बेचने के लिए जाते हैं और उसकी अच्छी कीमत मिलती है।

इसके बाद उन्होंने उस मुर्गी को अन्य मुर्गियों से अलग कर अपने कक्ष में रख लिया। वह मुर्गी रोज़ एक सोने का अंडा देती थी, जिसे बेच कर उन्होंने पैसे इकट्ठा करना शुरू कर दिया। पाँच से छह दिनों बाद उस व्यापारी को लालच हुआ कि ऐसे हर रोज़ कब तक हम इस मुर्गी के अंडे देने का इंतजार करेंगे। उसके पेट में कई अंडे होंगे, तो उन्होंने तय कर लिया कि उस मुर्गी को मारकर उसके पेट से सभी अंडे निकाल लें।

इस पर उसकी पत्नी उसकी बात से सहमत हो गई और वे उस मुर्गी को मार डाला। परंतु, उन्हें उसके पेट से कुछ नहीं मिला, क्योंकि उस मुर्गी का पेट पूरी तरह से खाली था। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी भी लालच नहीं करना चाहिए, यह हमें नुकसान में डाल सकता है।

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